शिक्षा हम सभी के जीवन में बहुत ही महत्त्व रखती है | आज समाज को शिक्षा के लिए जागरूक करना हम सबका कर्त्तव्य है | क्योंकि शिक्षा ही है जो समाज से अन्धविश्वास और अंधकार को दूर करती है और समाज से बुराई को ख़त्म करती है | एक शिक्षित व्यक्ति ही शिक्षित समाज का निर्माण करता है और शिक्षित समाज ही शिक्षित देश का निर्माण करता है जो देश शिक्षित हैं वही देश दुनिया में सबसे आगे बढ़ते हैं | किसी भी व्यक्ति के कामयाब होने में शिक्षा का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है | शिक्षा से ही मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण होता है | शिक्षा से ही मनुष्य के जीवन में सकरात्मक विचार जन्म लेते हैं जो समाज को उन्नति कि ओर ले जाते हैं |
21वी सदी होने के बावजूद आज भी हमारा भारत देश में ऐसे पिछड़े वर्ग के लोग हैं जो शिक्षा को बिलकुल भी महत्व नही देते हैं | आज भी हमारे देश में कई ऐसे पिछड़े वर्ग के लोग रहते हैं जहाँ लड़कियों को पढाया ही नही जाता है | ये हम सब का कर्तव्य है हम ऐसे लोगो में शिक्षा के महत्व की भावना को जगाए जिससे हमारे देश का विकास हो |
विद्यालय को वर्ष 2006 में हाईस्कूल स्तर की मान्यता प्राप्त
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा संचालित.
विद्यालय में कम्प्यूटर शिक्षण की व्यवस्था हैं, जिससे योग्य एवं अनुभवी अध्यापक अध्यापिकाओं द्वारा शिक्षण प्रशिक्षण की व्यवस्था है
विद्यालय मे समस्त छात्र/छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु खेल-कूद का मैदान एवं संबन्धित सामान .......
विदयालय कैम्पस की सुरक्षा हेतु सभी प्रमुख स्थानों जैसे मुख्य द्वार, गैलरी, जीने, प्लेग्राउन्ड, गार्डन एवं सभी कक्षाओं में CCTV कैमरे लगाये गये है।
घर से विद्यालय तक सुगम एवं सुरक्षित आवागमन के लिए स्कूल वाहन की सुविधा उपलब्ध है।
विदयालय कैम्पस में ही प्राथमिक उपचार (First Aid) की उत्तम व्यवस्था है।
एक शिक्षक एक मार्गदर्शक, गुरु, मित्र होने के साथ ही और कई भूमिकाएं निभाते है, जिनके बारे में हम सोच भी नही सकते है। यह विद्यार्थी के उपर निर्भर करता है, कि वह अपने शिक्षक को कैसे परिभाषित करता है। संत तुलसी दास के ने इसे नीचे के पंक्तियों में बहुत ही अच्छे तरीके से समझाया है।
“जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी”